Wednesday, October 8, 2008

"आये मौत तो करूँ स्वागत

और कहूँ मै ही शरणागत.......

2 comments:

परमजीत सिहँ बाली said...

kyaaa baat hai1

डॉ.भूपेन्द्र कुमार सिंह said...

बेहद उम्दा ख्यालों के लिए मेरी हार्दिक बधाइयांस्वागत इस ब्लॉग दुनिया में ,
अपने बारे में विस्तार से बताइए यदि समयऔर अवसर मिले ,
धन्यवाद ,
एक निवेदन और, यह वर्ड वेरिफिकेशन हटा दीजिये ,किसी को टिपण्णी करने का समय नहीं है इतना की झंझट मोल लें ,
डॉ.भूपेन्द्र